मित्रो,
19 जून को भोपाल में लघुकथा शोध-केन्द्र् समिति के वार्षिक अधिवेशन में मेरे तीसरे लघुकथा-संग्रह ‘सूत्रधार’ का लोकार्पण रविंद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी के कुलपति संतोष चौबे,साक्षात्कार पत्रिका के सम्पादक विकास दवे,कथा बिम्ब के सम्पादक प्रबोध कुमार गोविल,विष्णु प्रभाकर के सुपुत्र अतुल प्रभाकर,डा. मिथिलेश अवस्थी और शोध केंद्र की निदेशक कांता राय की उपस्थिति में हुआ।
जंगल में आदमी(1990), और ‘अंधेरे में आँख'(2010) के बाद यह तीसरा लघुकथा संग्रह है। किताबवाले से छपी यह पुस्तक अमेज़ॉन,फ्लिपकार्ट आदि पर उपलब्ध है।
इसके लिए किताबवाले के मार्केटिंग मैनेजर से 95990 41956 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
(कुछ अन्य पुस्तकों के विमोचन के भी चित्र संलग्न हैं) ।




Leave a comment